ये दोस्ती का गणित है साहब यहाँ 2 में से 1 गया तो कुछ नहीं बचता
SAD SHAYARI
कैसे छोड़ दु उन बिगड़े दोस्तो का साथ, जिनको बिगाड़ा भी मैने ही है !!
SAD SHAYARI
तुझे बार-बार इसलिए समझाता हूं मेरे दोस्त तुझे टूटा हुआ देखकर मैं खुद भी टूट जाता हुं
SAD SHAYARI
कितने खुबसूरत हुआ करते थे, दोस्ती के वो दिन, के सिर्फ दो उंगलिया जुडने से, दोस्ती फिर से शुरू हो जाती थी
SAD SHAYARI
दोस्ती एक एहसास है जरुरत है, बिना दोस्त के ज़िन्दगी बेकार है
SAD SHAYARI
वो बचपन के दिन भी क्या खूब थे, ना दोस्ती का मतलब पता था और ना मतलब की दोस्ती थी !!
SAD SHAYARI
दोस्त भले ही एक हो पर ऐसा हो जो अल्फाजों से ज्यादा खामोशियों को समझे।
SAD SHAYARI
जिंदगी हमे कई बेहतरीन दोस्त दे सकती लेकिन सच्चे दोस्त हमे बेहतरीन जिंदगी दे सकते है
SAD SHAYARI
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