Rahat Indori Shayari in Hindi:- In this post, we have shared the new collection of Dr. Rahat Indori Shayari in Hindi with Images that you can easily read and share with your Shayar friends. We have shared lots of trending Rahat Indori Saab Shayari for shayari lovers. Read more about Shayari and some details about Dr. Rahat Indori.
Dr. Rahat Indori is India’s most famous Shayar, writer, poet. He has been performing in Mushaira and Kavi Sammelan for the last 45 years and one of his poetry called “Wo Bulati Hai, Magar Jaane Ka Nahi” is popular all over the world and more people loved this poetry. Now, In this post, we have shared Rahat Indori Shayari in Hindi which you’ll love so much. We hope you’ll like this Post Very Much and Share it.
Shayari List...
Heart Touching Shayari of Rahat Indori
बुलाती है मगर जाने का नहीं
ये दुनिया है इधर जाने का नहीं
मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर
मगर हद से गुज़र जाने का नहीं
चुरा लो अभी हर
हसीन लम्हा जिंदगी से,
फिर जिम्मेदारियां
मोहलत नही देंगी।
🔥कभी महक की तरह हम गुलों से उड़ते हैं,
कभी धुए की तरह परबतों से उड़ते हैं,
ये कैंचियाँ हमें उड़ने से ख़ाक रोकेंगी,
हम परों से नहीं हौसलों से उड़ते हैं🔥
तुम मेरा उतना ही सच जानते हो
जितना मैंने बताया है
ना जाने अभी कितनी हजार कहानियां खुद की
मैंने खुद में ही छिपाई हैं।
वक़्त का इंतज़ार करो
तुम्हारी मुलाक़ात हमसे ही होगी
सुना था जिंदगी
इम्तिहान लिया करती है
यहां तो इम्तिहानों ने
जिंदगी ले रखी है!!
जो दुनिया को सुनाई दे उसे कहते है ख़ामोशी और
जो आँखों में दिखाई दे उसे तूफ़ान कहते है
याद रखना सपने तुम्हारे है तो
पूरा तुम ही करोगे
ना ही हालत तुम्हारे हिसाब से
होंगे और न ही लोग
उन्हें फ़ासलो की क्या फ़िक्र
जो रूह से ताल्लुक रखते हो
इंतजार है मुझे ज़िंदगी के,
आख़िरी पन्ने का
सुना है अंत में सब ठीक
हो जाता है।
उसकी मोहब्बत पे मेरा हक़ तो नहीं लेकिन
दिल करता है की उम्र भर उसका इंतज़ार करू
दूरियां अहसास दिला देती है
कि वो तुम्हारे लिए
कितना जरूरी हैं।
😞न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा…
हमारे पाँव का काँटा है सिर्फ और सिर्फ हमीं से निकलेगा😞
किस्मत में होगा वो
चलकर आएगा
और जो न होगा वो
आकर भी चला जायेगा
जिनका इरादा हो साथ निभाने का
वो जनाज़े के पीछे जनाज़ा लगा देते है
मोहब्बत और मौत की
रिवायत एक सी है
जो छोड जायें वो
फिर लौट कर आया नही करते!!
😭मैं ने अपनी ख़ुश्क आँखों से लहू छलका दिया
इक समुंदर कह रहा था मुझको पानी चाहिए😭
ऐसे लोगों से रिश्ता
मत ही रखिए
जो हर किसी के करीब होते है
आपके सिवाय!!
हालात अच्छे हो या बुरे
ऊपर वाला कभी भी साथ नहीं छोड़ता
ये दुनिया भी
उसी को रुलाती है,
जिसके पास आंसू साफ
करने वाला कोई नहीं होता!!
कितना जानता होगा वो शख्स मेरे बारे में
मेरे मुस्कुराने पे जिसने पूछ लिया
तुम उदास क्यों हो
हालात कह रहे है
मुलाकात नहीं मुमकिन,
उम्मीद कह रही है
थोड़ा इंतज़ार और कर !!!
आदत होती तो 21 दिन में छूठ जाती
जूनून था, तभी तो सर पर सवार है।
Love Shayari of Dr. Rahat Indori
😍छू गया जब कभी ख़याल तेरा
दिल मेरा देर तक धड़कता रहा।
कल तेरा जिक्र छिड़ गया था घर में
और घर देर तक महकता रहा।🌹🌹
अदाएं सीख ली तुमने
नजरों से कत्ल करने की
मगर तालीम ना सीखी
किसी से इश्क करने की
😜😜मोड़ होता है जवानी का सँभलने के लिए
और सब लोग यहीं आ के फिसलते क्यूं हैं
नींद से मेरा ताल्लुक़ ही नहीं बरसों से
ख़्वाब आ आ के मेरी छत पे टहलते क्यूं हैं
अच्छी सुरत को
सवारने की जरूरत कया हैं
सादगी में भी क़यामत
की अदा होती हैं
बेहद ख्याल रखा करो तुम अपना
मेरी आम सी ज़िंदगी में बहुत ख़ास हो तुम
ग़जब दीवानगी हैं
तुम्हारी मोहब्बत में
तुम हमारे नहीं फिर भी
हम तुम्हारे हो गये
मैंने करवट बदल कर देखे है
याद तुम उस तरफ भी आते हो
हमें कहां पता था मोहब्बत
हो जायेगी तुमसे
हमें तो बस तुम्हारा
मुस्कुराना अच्छा लगता था
तू पास नहीं तो क्या हुआ
मोहब्बत हम तेरी दूरियों से भी करते है
सीधे इंसान को कभी
धोखा मत देना क्योंकि
सीधे इंसान का जवाब
ऊपर वाला बहुत टेढ़े तरीके से देता है।
इश्क़ वो नहीं जो तुझे मेरा कर दे
इश्क़ वो है जो तुझे किसी और का ना होने दे
गलतियों पर चिल्लाने या
डांटने के बजाय कोई हाथ
थामकर प्यार से समझा दे
तो बहुत अच्छा लगता है
फूलो की दुकाने खोलो
खुशबू का व्यापार करो
इश्क़ करना खता है तो ये खता
एक बार नहीं 100 बार करो
क्या बात है बड़े
चुप चाप से बैठे हो
कोई बात दिल पे लगी है
या दिल कहीं लगा बैठे हो
कैसे कह दू की मुलाक़ात नहीं होती है
रोज़ मिलते है मगर बात नहीं होती है
मसला पाने का होता
तो खुदा से छीन लेते
ख्वाहिश तुझे चाहने
की थी उम्र भर चलेगी
क्या करेंगे तेरी तस्वीर का हम
तेरी सूरत हमे मुँह जुबानी याद है
तू उदास मत हुआ कर इन
हजारों के बीच
आखिर चांद भी तो तन्हा है
सितारों के बीच
दीदार की तलब हो तो नज़रे जमाये रखिये
क्यूंकि नकाब हो या नसीब सरकता जरूर है
परवाह है तुम्हारी
इसलिए हक़ जताते है
वरना अपनों की गलतिया
गैरो को थोड़ी बताते है
नींद ना आए तो चिराग बुझा दिया करो
यूँ रात भर किसी का जलना हमसे देखा नहीं जाता
Sad Shayari of Rahat Indori
हुसन खुदा ने दिया
आशिक़ हम हो गए
नसीब किसी और का था
और बर्बाद हम हो गए
तकलीफ ये नहीं
की प्यार हो गया
दर्द ये है कि अब वो
भुलाया नहीं जा रहा है
😍मैंने दिल दे कर उसे की थी वफ़ा की इबादत की
उसने धोखा दे के ये किस्सा मुकम्मल कर दिया
शहर में चर्चा है आख़िर ऐसी लड़की कौन है
जिसने अच्छे खासे एक शायर को पागल कर दिया।😎
नींद में गिरते है मेरे आंसू,
ख्वाबों में जब तुम मेरा
हाथ छोड़ देती हो..!!
😟चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं,
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं,
महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश,
जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये है।😞
गुजारा हो ही जाता है
तेरे बगैर भी
दिन भी ढलता है
रात भी होती है
😞हाथ खाली हैं तेरे शहर से जाते-जाते,
जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते,
अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है,
उम्र गुजरी है तेरे शहर में आते जाते।😞
शादियों का मौसम चल रहा है 😞 जनाब
हज़ारों सच्ची मोहब्बतें
सरकारी नौकरी के सामने दम तोड़ देंगी😞
गरीब थी बिचारी कुछ नहीं था देने को
इसलिए धोखा दे गयी
हर हाल में हसने का हुनर था पास जिनके
वो रोने लगे है तो कोई बात तो होगी
कुछ छिपाने वाले हैं
कुछ दिखाने वाले हैं
यह दुनिया है यहां
सब दो चेहरे वाले हैं
पहली मोहब्बत कामयाब इसलिए नहीं होती क्यूंकि
तुम्हे दूसरी की कीमत का पता चल सके
जिसको वक्त दो
वो कद्र नहीं करता
और जिसकी कढद्र करो
वो वक्त नहीं देता !!!
कह दो अंधेरो से कही और घर बनाये
मेरे मुल्क में रौशनी का सैलाब आया है
मेरी खामोशी से किसी
को कोई फर्क नहीं
पड़ता, शिकायत के दो
अल्फ़ाज़ कह दू तो चुभ जाते है..!!
वो मन बना चुके थे दूर जाने का
हमें लगा हमें मनाना नहीं आता
चुप रहेना मेरी ताकत हैं,
कमज़ोरी नहीं,
और अकेला रहना मेरी आदत है,
मेरी मजबूरी नहीं..!!
अपनी ही मोहब्बत से मुकरना पड़ा मुझे
जब देखा उसे रोता किसी और के लिए
हिचकियां आती है तो
पानी पी लेता हूं अब वो
वहम छोड़ दिया है कि
कोई याद करता है
चलो मर जाते है तुम पर
बताओ दफनाओगे अपने सीने में?
कभी कभी बहुत सताता है
यह सवाल मुझे,
कि हम मिले ही क्यों थे
जब हमें मिलना ही नहीं था।
कभी कभी नाराज़गी भी जरुरी है क्यूंकि
पता तो चले हमे मनाने वाला भी कोई है
लगता था कि उनसे
बिछड़े तो मर जायेंगे
कमाल का वहम था साहब
बुखार तक नही आया!!
वास्ता नहीं रखना तो नज़र क्यों रखते हो
किस हाल में ज़िंदा हूँ खबर क्यों रखते हो
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Paragraph writing is also a excitement, if you know then you can write otherwise it is difficult
to write.