तुम्हे देखकर ये निगाह झुक जायेगी,
ख़ामोशी हर बात कह जाएगी,पढ़ लेना इन निगाहों में अपने प्यार को,
तुम्हरी कसम साडी कायनात वही रुक जाएगी।
Tumhe Dekhakar Ye Nigah Jhuk Jayegi,
Khamoshi Har Bat Kah Jaegi,Padh Lena In Nigaho Mein Apane Pyar Ko,
Tumhari Kasam Sari Kayanat Vahi Ruk Jayegi.
धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,
ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है,
तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता,
हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है।
Dhokha Na Dena Ki Tuzape Aitabar Bahut Hai,
Ye Dil Teri Chahat Ka Talabagar Bahut Hai,Teri Surat Na Dikhe To Dikhai Kuchh Nahi Deta,
Ham Kya Kare Ki Tujhase Hame Pyar Bahut Hai.
एक अजनबी से बात क्या हुई क़यामत हो गयी,
सारे शहर को इस चाहत की खबर हो गयी,
क्यों ना दोष दूँ इस दिल-ऐ-नादाँ को,
दोस्ती का इरादा था और मोहब्बत हो गयी।
Ek Ajanabi Se Bat Kya Hui Qayamat Ho Gayi,
Sare Shahar Ko Is Chahat Ki Khabar Ho Gayi,Kyo Na Dosh Du Is Dil-Ai-Nadan Ko,
Dosti Ka Irada Tha Aur Mohabbat Ho Gayi.