Tu Bewafa Kaha Tak Hai

ना पूछ मेरे सब्र की इंतहा कहाँ तक है
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है

वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है।


Na Puchho Mere Sabr ki Inteha tak Hai
Tu Sitam Kar Le Teri Hasarat Jaha tak Hai

Wafa Ki Umeed Jinhe Hogi Unhe Hogi
Hame to Dekhna Hai Tu Bewafa Kaha tak hai.


Tu Bewafa Kaha Tak Hai
Tu Bewafa Kaha Tak Hai

काश के हम उनके दिल पे राज करते
जो कल था वही प्यार आज करते

हमें गम नहीं उनकी बेवफाई का,
अरमान था हम भी अपने प्यार पे नाज़ करते


Kash Ke Ham Unke Dil Pe Raaj Karte
Jo Kal Tha Wohi Pyar Aaj Karte
Hame Gum Nahi Unki Bewfai Ka,
Armaan Tha Hum Bhi Apne Pyar Pe Naaz Karte


तुमसे क्या शिक़वा ऐ दोस्त बेवफाई का
जब मुझसे मेरा नसीब ही रूठ गया

सच तो ये है दोस्त मै तो वो खिलौना हूँ
जो बदनसीब खेल ही खेल में टूट गया


Tumse Kya Shikwa e Dost Bewafai Ka
Jab Mujhse Mera Nasib Hi Rooth Gya
Sach To Ye Ha Dost Mai To Wo Khilona Hu
Jo Badnasib Khel Hi Khel Me Tut Gya

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