खो गयी शाम किसी के इंतज़ार में,
ढल गयी रात किसी के इंतज़ार में,फिर हुआ सवेरा किसी के इंतज़ार में,
इंतज़ार की आदत हो गयी किसी के इंतज़ार में..
Kho Gayi Shaam Kisi Ke Intezar Mein,
Dhal Gayi Raat Kisi Ke Intezar Mein,Fir Hua Sawera Kisi Ke Intezar Mein,
Intezar Ki Aadat Ho Gayi Kisi Ke Intezar Mein..
दिल क दर्पण में खिलता है चेहरा तुम्हारा,
तुम बिन जिंदा रहना मुश्किल है अब हमारा,दूर होने का शिकवा बार बार करेंगे…
ज़िन्दगी भर तुम्हे चाहेंगे तेरा इंतज़ार करेंगे
Dil K Darpan Me Khilta Hai Chehra Tumhara,
Tum Bin Zinda Rehna Muskil Hai Ab Hamara,Door Hone Ka Shikwa Baar Baar Karenge…
Zindagi Bhar Tumhe Chahenge Tera Intzaar Karenge
खत्म हुआ इंतज़ार तुम्हारा,
लो आ गया पैगाम हमारा,अब न करना कोई शिकायत हमसे,
न कहना की ख्याल नहीं रखते तुम्हारा
Khatam Hua Intezaar Tumhara,
Lo Aa Gaya Paigaam Hamara,Ab Na Karna Koi Shikayat Hamse,
Na Kehna Ki Khayal Nahi Rakhte Tumhara