लम्हा बढ़ रही हैं शिद्दतें इश्क़ की
इश्क़ में पनप रही हैं आदतें इश्क़ कीरंजिशें इश्क़ की, रौनकें इश्क़ की
बेतहाषा हैं इश्क़ में यादें इश्क़ की
Lamha Barh Rahi Hain Shiddatain Ishq Ki
Ishq Mein Panap Rahi Hain Aadatain Ishq KiRanjishain Ishq Ki, Ronaqain Ishq Ki
Betahahsa Hain Ishq Mein Yaadain Ishq Ki
हम अपनी दीवानगी से जाने जाते है,
वो अपनी बे-रुखी से पहचाने जाते है,रोज़ मिलते है लेकिन, कुछ कहते सुनते नहीं,
मेरे सामने वो मेरी धड़कन बढ़ाने आते है
Hum Apni Deewangi Se Jaane Jaate Hai,
Wo Apni Be-Rukhi Se Pehchaane Jaate Hai,Roz Milte Hai Lekin, Kuch Kehte Sunte Nahi,
Mere Saamne Wo Meri Dhadkan Badaane Aate Hai
सोचा न था यह दिन आएगा,
इस आवारा दिल को तू भा जायेगानाचेगी धरती अम्बर उठेगा उठेगा,
अन्जान नगरी में सनम मिल जायेगा
Socha Na Tha Yeh Din Aayega,
Is Awara Dil Ko Tu Bha JayegaNachegi Dharti Amber Zhoom Uthega,
Anjaan Nagri Mein Sanam Mil Jayega