हम तो बुरे नहीं हैं तो अच्छे ही कहाँ हैं,
दुश्मन से जा मिले हैं मुहब्बत के गुमां से,वो दफ्न ही कर देते हमें आगोश में लेकर,
ये मौत भी बेहतर है जुदाई की सजा से
Ham To Bure Nahin Hai To Achchhe Hi Kahan Hai,
Dushman Se Ja Mile Hai Muhabbat Ke Guman Se,Wo Dafan Hi Kar Dete Hame Agosh Mein Lekar,
Ye Maut Bhi Behatar Hai Judai Ki Saja Se.
महफ़िल बनी रही यही तुम्हारी
चाहे बिखर जाये ये ज़िन्दगी हमारीदीवानगी इस कदर बढ़ गयी है
के सह न पायें एक पल जुदाई तुम्हारी
Mehfil Bani Rahi Yuhi Tumhari
Chahe Bikhar Jaye Ye Zindagi HamariDeewangi Is Qadar Barh Gayi Hai
Ke Sah Na Paye Ek Pal Judai Tumhari
किसी से जुदा होना इतना आसान होता तो,
रूह को जिस्म से लेने फ़रिश्ते नहीं आते।
Kisi Se Juda Hona Itana Asan Hota To,
Ruh Ko Jism Se Lene Farishte Nahin Ate.