हमने तो ऊमर गुज़ार दी तन्हाई में
सह लिए सित्तम तेरी जुदाई मेंअब तो यह फ़रियाद है खुदा से
कोई और ना तड़पे तेरी बेवफ़ाई में!
Hamane To Umar Guzar Di Tanhai Mein
Sah Liye Sittam Teri Judai MeinAb To Yah Fariyad Hai Khuda Se
Koi Aur Na Tadape Teri Bevafai Mein!
“किस्मत” पर ऐतबार किसको है
मिल जाये “ख़ुशी” इंकार किसको है
कुछ “मजबूरियां” हैं मेरे जान
वर्ना, “जुदाई” से प्यार किसको है
“Kismat” Per Aitbar Kisko Hai
Mil Jaye “Khushi” Inkaar Kisko HaiKuch “Majburiyan” Hain Mere Jaan
Warna, “Judai” Se Pyaar Kisko Hai
काश यह जालिम जुदाई न होती
ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होतीन हम उनसे मिलते न प्यार होता
जिंदिगी जो अपनी थी वह परायी न होती..
Kaash Yeh Zalim Judaai Na Hoti
Ae Khuda Tune Yeh Cheez Banayi Na HotiNa Hum Unse Milte Na Pyar Hota
Zindigi Jo Apni Thi Woh Parayi Na Hoti..