ना जाने वो हमसे क्या छुपाती थी,
कुछ था जरुर उसके प्यारे से होंठो पे,
मगर ना जाने क्यों हमसे शर्माती थी,जब मुह खुलबाया तब जाकर मालूम हुआ,
साली चुप-चाप पान मसाला चबाती थी।
Na Jane Vo Hamase Kya Chhupati Thi,
Kuchh Tha Jarur Usake Pyare Se Hontho Pe,
Magar Na Jane Kyon Hamase Sharmati Thi,Jab Muh Khulabaya Tab Jakar Malum Hua,
Sali Chup-Chap Pan Masala Chabati Thi.
मेरी हँसी का हिसाब कौन करेगा?
मेरी गलती को माफ़ कौन करेगा?ऐ-खुदा, मेरे दोस्त को सलामत रखना,
वरना मेरी शादी पे ‘लुंगी डांस’ कौन करेगा
Meri Hansi Ka Hisab Kaun Karega?
Meri Galati Ko Maf Kaun Karega?Ai-Khuda, Mere Dost Ko Salamat Rakhana,
Varana Meri Shadi Pe Lungi Dance Kaun Karega
मेरे दोस्त तुम भी लिखा करो शायरी,
तुम्हारा भी मेरी तरह नाम हो जाएगा,जब तुम पर भी पड़ेंगे अंडे और टमाटर,
तो शाम की सब्जी का इंतज़ाम हो जाएगा।
Mere Dost Tum Bhi Likha Karo Shayari,
Tumhara Bhi Meri Tarah Nam Ho Jayega,Jab Tum Par Bhi Padenge Ande Aur Tamatar,
To Sham Ki Sabji Ka Intazam Ho Jayega.