कुछ नशा तेरी बात का है
कुछ नशा धीमी बरसात का हैहम तो कब से नशे में डूब जाने को तैयार है
इंतज़ार तो सिर्फ आपकी मुलाक़ात का है
Kuch Nasha Teri Baat Ka Hai
Kuch Nasha Dhimi Barsaat Ka HaiHum To Kabse Nashe Me Dub Jaane Ko Tayyar Hai
Intezar To Sirf Aapki Mulakat Ka Hai
मुलाकात मौत की मेहमान बन गयी है
नज़र की दुनिया वीरान बन गयी हैमेरी साँस भी अब मेरी नहीं रही
ये ज़िन्दगी आपकी मोहब्बत पर कुर्बान हो गयी है…
Mulakat Maut Ki Mehman Ban Gayi Hai
Nazar Ki Duniya Veeran Ban Gayi HaiMeri Sans Bhi Ab Meri Nahi Rahi
Ye Zindagi Aapki Mohabbat Par Kurban Ho Gayi Hai…
प्यार तो अहसास है उसके इजहार का,
जुबान की जरुरत क्या है,प्यार तो खुदाई है उसकी बंदगी की,
नुमाइश की जरुरत क्या है
Pyaar to ahsash hai usake ijahar ka,
Juban ki jarurat kya hai,Pyaar to khudai hai Usaki bandagi ki,
Numaish ki jarurat kya Hai