ऐसा भी क्या जीना मेरा..
की पल पल तड़प ता हु मै..किसी की याद मे किसी के इंतज़ार मे
रोज़ जीता रोज़ मरता हु मै…
Aisa bhi kya jeena mera..
ki pal pal tadap ta hu Mein..
kisi ki yaad Mein, Kisi ke intezaar Mein
roz jeeta roz marta hu mai…
जख्म बन जाने की आदत है उन्हें
रुला कर मुस्कुराने की आदत है उन्हें ;मिलेंगे कभी तो खूब रुलाएंगे
सुना हैं रोते हुए लिपट जाने की आदत है उन्हें ।
Jakhm Ban Jane Ki Aadat Hai Unhe
Rula Kar Muskurane Ki Aadat Hai Unhe;Milenge Kabhi To Khub Rulayenge
Suna Hai Rote Huye Lipat Jane Ki Aadat Hai Unhe.
इन आँखों में कभी हमारे आंसू आये न होते,
अगर वो पीछे मुड़ कर मुस्कुराये न होते,उनके जाने के बाद यही गम रहेगा,
के काश वो हमारी जिंदगी में आये न होते।
In Aankhon Mein Kabhi Hamare Aansu Aaye Na Hote,
Agar Wo Pichhe Mud Kar Muskuraye Na Hote,Unake Jane Ke Bad Yahi Gam Rahega,
Ke Kash Wo Hamari Jindagi Mein Aaye Na Hote.
इसे इत्तेफाक समझो या दर्दनाक हकीकत,
आँख जब भी नम हुई, वजह कोई अपना ही निकला !!
Ise Ittefak Samajho Ya Dardanak Hakikat,
Aankh Jab Bhi Nam Huyi, Wajah Koi Apana Hi Nikala !!