एक हसरत थी सच्चा प्यार पाने की,
मगर चल पड़ी आँधियां जमाने की,मेरा ग़म तो कोई ना समझ पाया,
क्यूंकि मेरी आदत थी मुस्कुराने की।
Ek Hasrath Thi Saccha Pyar Pane Ki
Magar Chal Padi Aandhiya Jamane KiMera Gam to Koi Nahi Samjha Paya
Kyuki Meri Aadat thi Muskurane Ki
जुगनुओं की रोशनी से तीरगी हटती नहीं
आइने की सादगी से झूठ की पटती नहींज़िंदगी में गम नहीं फिर ज़िंदगी में क्या मजा
सिर्फ खुशियों के सहारे ज़िंदगी कटती नहीं
Juganuo Ki Roshani Se Tiragi Hatati Nahi
Aaine Ki Sadagi Se Zooth Ki Patati NahiZindagi Mein Gam Nahi Fir Zindagi Mein Kya Maja
Sirf Khushiyon Ke Sahare Zindagi Katati Nahi
और कोई गम नहीं एक तेरी जुदाई के सिवा
मेरे हिस्से में क्या आया तन्हाई के सिवायूँ तो मिलन की रातें मिली बेशुमार
प्यार में सब कुछ मिला शहनाई के सिवा..
Aur Koi Gam Nahi Ek Teri Judai Ke Siwa
Mere Hisse Mein Kya Aaya Tanhai Ke SiwaYu To Milan Ki Raten Mili Beshumar
Pyar Mein Sab Kuchh Mila Shahanai Ke Siwa