मौसम को मौसम की बहारों ने लूटा,
कश्ती को सागर के किनारों ने लूटा,
अरे वो तो एक ही कसम से डर गए,
हमे तो उनकी कसम देके हजारों ने लूटा
Mosam ko mosam ki baharo ne luta,
kashti ko sagar ke kinaro ne luta,
ARE WO to ek hi kasam se Dar gaye,
HUME to UNKI kasam deke hajaro Ne Luta
डर गये हक़ीक़त के करीब आने के बाद
समझे मोहब्बत को, दिल लगाने के बाद
मुझे अपना गम नहीं, दुःख तो उसका है
कौन चाहेगा इतना उसे, मेरे जाने के बाद
Dar Gye Haqiqat ke Kareeb Aane ke Baad
samjhe Mohabbat ko, Dil Lagane ke Baad
Mujhe Apna Gam Nahi, Dukh to uska hai
Kaun Chahega itna Use, Mere Jane ke baad
मेरी मोहब्बत मेरी खता बन गयी
यहीं दीवानगी मेरी सजा बन गयी
उनकी मासूमियत पर फिदा हुए इस कदर
कि उन्हें पाने की तमन्ना ही ज़िन्दगी की सज़ा बन गयी
Meri Mohabbat meri khata ban gayi
Yahin Deewangi meri Saza ban gayi
unki masumiyat par fida huye is Kadar
ki unhe paane ki tamanna hi zindagi ki saza Ban Gayi…